Thursday, July 21, 2016

मंजिले बहुत है और अफ़साने भी बहुत है,

thought 4


मंजिले बहुत है और अफ़साने भी बहुत है,
जिंदगी की राह में इम्तिहान
भी बहुत है,
मत करो दुःख उसका जो कभी मिला
नही
दुनिया में खुश रहने के बहाने भी बहुत है।

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